देहरादून।।
उत्तराखंड के 112 कंट्रोल रूम पर बढ़ी इमरजेंसी कॉल्स।।
सामान्य तौर पर तीन से चार गुणा मदद के लिए आ रहे फोन।।
सभी जिलों के लोग सिर्फ पुलिस से ही मांग रहे मदद।।
60 महिलाओं सहित 82 कर्मचारियों के कंधों पर कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी।।
22 से 26 मार्च तक 112 पर 50 हजार से ज्यादा आ चुकी हेल्प कॉल।।
जी हाँ जबसे लॉक डाउन के हालात बने है. तभी से अचानक 112 कंट्रोल रूम पर इमरजेंसी कॉल्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो गई है. हर कॉलर लॉक डाउन के चलते सिर्फ घर मे राशन खत्म और पैसा न होने पर मदद मांग रहा है. हर समस्या के लिए जनता सिर्फ 112 पर ही मदद के लिए फोन कर रही है.. बड़ी बात ये है कि 21 मार्च के बाद कंट्रोल रूम में आई कॉल्स का रिकॉर्ड देखे तो जहाँ सामान्य तौर पर चार हजार फोन आते थे. अब उनकी संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है.. अगर 22 से 26 मार्च तक का रिकॉर्ड देखें तो प्रदेश भर से 50 हजार से ज्यादा हेल्प कॉल्स देहरादून के 112 कंट्रोल रूम पर आ चुकी है.. और उन तमाम लोगों तक पुलिस ने भी मदद पहुंचाने का प्रयास किया है..वही उन महिला कर्मचारियों को भी सलाम है जो अपने परिवार बच्चों माता पिता को छोड़ महामारी से चल रही इस जंग में कंधे से कंधा मिलाकर देश की सेवा के लिए साथ खड़ी है.. कंट्रोल रूम में तैनात एक महिला कर्मचारी तो ऐसी भी है जो बीमार पिता की जिम्मेदारी अपने परिजनों पर छोड़ कर लॉक डाउन के दौरान ड्यूटी के लिए नैनीताल से मोटरसाईकल पर देहरादून पहुँची और ड्यूटी को जॉइन किया.. वही कंट्रोल रूम के सीओ सुनील नेगी के मुताबिक कंट्रोल रूम पर अचानक हजारों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.. जिनकी मदद के लिए नजदीकी पुलिस थानें को बता लोगों तक हर तरह की मदद पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है…