

लॉकडाउन बाद जनपद पौड़ी में मंडी से ही सब्जियों की कीमत बढ़ कर आ रही है, जिससे कहीं ना कहीं आम जनमानस पर इसका असर पड़ना भी लाजमी है, वही पौड़ी के कमेडा गांव के रहने वाले ग्रामीणों ने कुछ समय पूर्व विभिन्न सब्जियां बोई थी,जो अब पूरी तरह से पककर तैयार हो गई है। ग्रामीणों की ओर से इन सब्जियों को कम कीमत में सभी को मुहैया करवाई जा रही है। कमेडा गांव के रहने वाले प्रमोद खंडूरी ने बताया कि उन्होंने नवंबर माह में विभिन्न सब्ज़ियां बोई थी जिसमे सबसे अधिक मात्रा में मटर का उत्पादन हुआ है।
पहाड़ों पर हरी सब्जियों की खेती करते किसानआज जिस तरह से जनपद में लॉक डाउन के बाद मंडी से ही सब्जियों की कीमत बढ़ कर आ रही है उससे आम जनमानस को महंगी सब्जी खरीदनी पड़ रही है वहीं उनकी ओर से सब्ज़ियों को लेकर खेतों में जो मेहनत की गयी थी वह सभी तैयार हो गयी हैं और आज वह पौड़ी के सभी लोगों को बाजार कीमत से कम कीमत पर ताजा सब्जी मुहैया करा रहे हैं इसके साथ ही जरूरतमंद लोगों को घर-घर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इस साल मटर का उत्पादन काफी अधिक मात्रा में हुआ है और लोगों की ओर से रोजाना इसकी मांग बढ़ती जा रही है प्रत्येक दिन वह करीब डेढ़ क्विंटल मटर बेच देते है। इन आंकड़ो को देखते हुए उन्होंने इसकी कीमत में कमी की है ताकि प्रत्येक व्यक्ति को बाजार से कम कीमत पर ताजा सब्जी मिल सके। ग्रामीण अनीता देवी ने बताया कि लॉक डाउन के बाद लोगों के समक्ष महंगी कीमत पर जो सब्जियां पहुंच रही हैं उनकी मंशा है की प्रत्येक व्यक्ति को कम कीमत पर ताजा सब्जियां मुहय्या करवाएं। उनकी ओर से रोजाना अपने गांव से पौड़ी व आसपास के क्षेत्रों में घर-घर तक ताजा सब्जी बचाने का काम करते हैं।
प्रमोद खंडूरी(ग्रामीण)
अनीता देवी(ग्रामीण)