

अरे चाचा बजेंगे मुक्के और लात.. अबे कौन बजावे का हमारे मुक्के और लात… हमने क्या ऐसा कर दिया… अरे चाचा सब्र के साथ सुन हमारे नहीं बजाने का कोई… गंगाजल वालों ने उनकी पहचान कर ली है उनकी टीम के जो जयचंद थे उनका खुलासा हो लिया है.. और गंगाजल वालों को यूं ही पता चल गया है कि वह किसके पास मिलने गए थे… जो काम करने से पहले एक दिग्गज नेता से मिलने उसके घर गए थे रात में… और इस बात की भनक अब गंगाजल वालों को भी लग गई है.. अबे बेटा एक बात बता उन्होंने सीडी बनाई क्यों थी?


तुझे पता है.. तभी प्रकाशा अपने चाचा को गर्दन हिलाकर कह ता हैं बिल्कुल भी ना पता चाचा.. तो सुन बेटा तरबूज कटेगा और सब में बटेगा की खेल की ढप्प्पा करने वाले यूं ही है.. जिन्होंने पूरे खेल की बारात निकाल दी.. चाचा सुना तो यो भी है कि यह सब पाला बदलने के चक्कर में भी लगे हुए हैं गोपनीय मीटिंग भी हो ली हैं..बाबा त्रिदेव भी गुस्से में हैं..तरबूज भी सड़ गया हैं आइस पाइस.. खेलने वालो की अपनों ने ही ढप्पा कर खेल ख़त्म कर दिया हैं…ईब तो जूत बजेगा और तरबूज फ़टेगा…