कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों में जिलों को लॉक कर आवागमन को प्रतिबंधित करने के साथ ही जो श्रमिक जहां पर है वहीं रहने व खाने की व्यवस्था श्रमिकों के ठेकेदार के द्वारा करने के लिए आदेश दिए गए थे। टनकपुर के तीन ठेकेदारो द्वारा सरकार के नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने श्रमिकों को यूपी उनके घर भेजने पर खटीमा पुलिस द्वारा तीन और ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा किया गया दर्ज।
देश भर में कोरोना संकमण काल के चलते लॉक डॉउन चल रहा है।इस दौरान श्रमिको के पैदल ही बड़े आवागमन से कोरोना संकमण की संभावना को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों को लॉक कर आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया था। साथ ही ठेकेदारों को अपने यहां काम कर रहे श्रमिको के लॉक डॉउन के दौरान रहने व खाने की व्यवस्था करने के निर्देश हुए थे। लेकिन सरकार के निर्देश के बाद भी प्रदेश में कई स्थानों श्रमिको को काम ना होने की वजह से घरों को भेजा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला बीती रात खटीमा क्षेत्र में सामने आया जंहा पर लगभग 51 श्रमिक पैदल ही टनकपुर से यूपी अपने घरों की ओर लौट रहे थे। पुलिस द्वारा श्रमिको से पूछताछ करने पर पता चला कि वह लोग टनकपुर शारदा खनन क्षेत्र में अलग अलग ठेकेदारों के अंदर काम करते है। लॉक डॉउन की वजह से काम बंद होने पर ठेकेदार द्वारा उन्हें घर भेज दिया गया है। वही खटीमा पुलिस ने शासन के निर्देशों का पालन नही करने व लॉक डॉउन के दौरान श्रमिको के एक ही स्थान पर रखने व भोजन की व्यवस्था ना के के निर्देशों का उलंघन करने के आरोप में टनकपुर के तीन ठेकेदारो अशोक मुरारी, पुरन और शारदा पर विभिन्न धाराओं पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। साथ ही सभी पकड़े गए मजदूरों को पुलिस ने क्वारनटाइन कर दिया है।
संजय पाठक, कोतवाल, खटीमा कोतवाली