प्रतिबद्धता के साथ सिर्फ स्थानीय निवासी ही कर सकेंगे श्री बद्रीनाथ धाम के दर्शन | दर्शनों का समय रहेगा सुबह 7:00 से साईं 7:00|
दर्शन करने हेतु प्राप्त करने होंगे टोकन| धाम में पंजीकृत संतो को अपनी कुटिया में जाने हेतु उप जिलाधिकारी से लेनी होगी अनुमति|
स्थानीय दुकानदारों वह होटल व्यवसायियों को अपनी दुकानों वह प्रतिष्ठानों को खोलने हेतु करना पड़ेगा शर्तों का पालन |
यदि कोई अपने प्रतिष्ठान में कोई मरम्मत करना चाहता है तो मजदूर का आधार कार्ड कराना होगा उपलब्ध | साथ ही करना होगा सत्यापन चिकित्सीय जांच|
सभी औपचारिकताओं के बाद उपजिलाधिकारी जोशीमठ द्वारा दी जाएगी मरम्मत करवाने की अनुमति| धाम में व्यवस्थित होटल दुकानों किसानों के मालिक जो वर्तमान में अन्य राज्यों और शहरों में है उन्हें धाम में अवस्थित अपनी होटलों दुकानों व प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति नहीं होगी प्राप्त| जिलाधिकारी द्वारा पारित आदेश की कॉपी संलग्न है।