



जनपद पौड़ी के कोला गांव का रहने वाला अमित आज पंचतत्व में विलीन होकर इस दुनिया से अपनी वीरता की छाप छोड़ कर सभी को अलविदा कहकर चला गया है, आज अमित के अंतिम दर्शन के लिए पूरे क्षेत्र के लोग पहुंचे,पूरे क्षेत्र के लोग उसकी विदाई पर जोर जोर से रो रहे थे वही परिवार का भी इस घटना की सूचना के बाद से ही रो रो कर बुरा हाल है आज जहां अमित की वीरता पर पूरे देश को नाज है वही अमित के परिवार वाले भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं पौड़ी के ज्वालपा देवी के समीप घाट पर अमित अंथवाल को पंचतत्व में विलीन कर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया। अमित की वीरता के चर्चे इतिहास के पन्नों में हमेशा ताजा रहेंगे। अमित बचपन से ही सेना में जाना जाता था उसकी मेहनत और सेना के प्रति जज्बे के बलबूते पर साल 2011 में सेना में चयनित हुआ। दो बड़ी बहनों के बाद अमित अपने घर में सबसे छोटा भाई था और अमित के जाने का दुख बुजुर्ग मां बाप से बेहतर सायद ही कोई महसूस कर पाए। शहीद अमित की कमियों को पूरा तो नहीं किया जा सकता लेकिन जो वीरता का परिचय अमित ने दिया है उसे कभी भुलाया भी नहीं जा सकता।