लॉक डाउन पुरे देश में कायम है लेकिन जितनी भी सुविधाएं उत्तराखंड में मिल रही है शायद ही कोई ऐसा राज्य हो जंहा पुलिस से लेकर सरकार आपके लिए उपलब्ध हो शायद इसी कड़ी में सरकार ये भूल गयी कि कोरोना वायरस जैसी भी कोई बला है जिससे बचना बेहद मुश्किल है और इसी के खौफ से देश दुनिया लॉक डाउन है आइये इसी कड़ी में आज सरकार का ऐसा फैसला जो एक तबके के लिए वरदान लेकिन उत्तराखंड वासियो के लिए निश्चित ही किसी जहर से कम साबित नहीं होगा। हम बात कर रहे उत्तराखंड सरकार के आबकारी विभाग के फैसले को लेकर जिसमे कल यानी ३१मार्च से शराब की दुकाने खोलने की बात कही है और पुराना स्टॉक अगले दिन के प्रातः 11 बजे तक निपटाने की बात कही है
ये निश्चित ही काफी भयावह होने वाला है क्यूकि शराब खरीदने के लिए सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए जाएंगे वैसे भी ये दुकाने 7 दिनों बाद खुलने जा रही है और शराब की दुकानों में वैसे भी स्टॉक भरा पड़ा है और वो भी ३१मार्च का जब स्टॉक खाली करने के लिए ताबतोड़ छूट निकाली जाती है ऐसे में हजूरे आला कैसे रोकोगे जनता को। मेरी व्यक्तिगत सोच है कि इस प्रकार के फैसलों से जनता को भारी दिक्कत हो सकती है और सोशल डिस्टन्सिंग कैसे होगी मेन्टेन जरा सोचिये गा जरूर। ऐसे आदेश को सरकार को पुनर्विचार जरूर करना चाहिए नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब सरकार अपने ही फैसले से पलटती नज़र आएगी।सरकार इतनी सुविधाएं मत दीजिये ये बहुत हानिकारक है.. वहीं अगर हम विपक्षष के विपक्ष के आरोपों पर गौर करें तो सरकार की यह नीति लोगोंं के तो सरकार की यह नीति लोगों के लिए महामारी मेंं बढ़ोतरी तो सरकार की यह नीति लोगों के लिए महामारी में बढ़ोतरी करेगी..