Donald Trump Birthday Special: कोरोना के बढ़ते मामले, जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद ट्रंप का दोबारा चुनाव जीतना होगा चुनौतीपूर्ण…

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शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

कोरोना महामारी और अमेरिकी अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद इस साल होनेेेे वाले राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलेंं बढ़ती जा रहीं हैं । इन दोनों घटनाओं ने दोबारा राष्ट्रपति होने का ख्वाब देख रहे ट्रंप के लिए राह कठिन होती जा रही है।

दुनिया के सबसे ताकतवर समझे जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आज जन्मदिन है । 14 जून 1946 को जन्मे ट्रंप 74 वर्ष के हो गए हैं । अमेरिकी राष्ट्रपति का जन्मदिन ऐसे समय आया है जब वह जिंदगी के सबसे खराब दौर में गुजर रहे हैं । कुछ माह पहले तक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की आक्रामक नीति अमेरिकियों को खूब पसंद आ रही थी । इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप तैयारियों मेंं लगे हुए थे । राष्ट्रपति कार्यकाल का 3 साल पूरा कर चुके डोनाल्ड देशवासियों को अपने नीतियों का बखान करते में जुटे हुए थे । अमेरिका में सभी परिस्थितियां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुकूल बनती जा रही थी । उसी दौरान फरवरी के आखिरी दिनों में कोरोना महामारी ने अमेरिका में भी दस्तक दे दी। इस महामारी को लेकर ट्रंप को पहले यह सोचते रहे कि यह कोई मामूली वायरस होगा जो अपने आप ही खत्म हो जाएगा ।‌ इसीलिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस महामारी से निपटने के लिए कई फैसले देर से लिए । लेकिन जब तक यह कोरोना वायरस अमेरिका में तेजी से पांव पसारता चला गया ।

इस महामारी को रोकने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने समय रहते नहीं उठाए कदम…

समय रहते इस महामारी को न पहचान पाने और देेर से लिए गए फैसले पर ट्रंप की पूरे अमेरिका में जबरदस्त आलोचना शुरू हो गई । अमेरिका में इस वायरस के फैलने को लेकर डोनाल्ड चीन पर पूरा मढ़ते रहे लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के चीन पर आरोपों को लेकर अमेरिकी उनसे खुश नहीं है। फरवरी में ट्रंप ने कोरोना को महामारी मानने से ही इनकार कर दिया था। कोविड-19 को मामूली वायरस बताया था। तब वे मास्क पहनने का विरोध कर रहे थे। कीटनाशक दवाई से इंजेक्शन बनाने जैसी बातें कर रहे थे। इस वजह से पूरी दुनिया में उनका मजाक उड़ा था। आखिरकार जब ट्रंप ने अमेरिका में लॉकडाउन लगाया तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका आज विश्व में महासंकट के दौर से गुजर रहा है। अमेरिका में आज इस वायरस से मरने वालों की संख्या एक लाख पार कर गई है । आज अमेरिका इस महामारी की चपेट में आकर अपने लोगों को मरते हुए देखने पर विवश है ।

जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के बाद अशांत हुए अमेरिकियों का ट्रंप पर फूटा गुस्सा…

एक ओर अमेरिकी लोग इस खतरनाक वायरस से जंग लड़ रहेे थे कि मई केे आखिरी दिनों अमेरिकी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत पूरे अमेरिका को अशांत कर गई। जॉर्ज की मौत को भी आज लगभग तीन सप्ताह से भी अधिक हो चुके हैं लेकिन अभी भी अमेरिका में विरोध-प्रदर्शन और हिंसा जारी है । अश्वेत नागरिक जॉर्ज की मौत के बाद अमेरिका में भड़के लाखों लोगों का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गुस्सा फूटा । लोगों का गुस्सा इस कदर बढ़ गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस के बंकर में छुपकर भी रात गुजारनी पड़ी । यह पहला मौका था जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति अपने बंकर में छुप गया था । अश्वेत नागरिक जॉर्ज की मौत के बाद अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों में प्रदर्शन किए गए, इस मामले में डोनाल्ड ट्रंप की जबरदस्त किरकिरी हुई ।

अपने कार्यकाल में इन नीतियों की वजह से ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति पद के लिए ताल ठोक रहे हैं…

हम आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है । अपने तीन साल के कार्यकाल में जो उनकी उपलब्धियां रही है वह अमेरिका जनता को प्रचार के माध्यम से बताने में जुटे हुए हैं । डोनाल्ड का चीन के प्रति आक्रामक रवैया, इस साल अमेरिका ने आईएसआईएस का सफाया, सीरिया में रूस के दखल को रोका। ईरान को बैकफुट पर कर करना आदि ऐसी नीतियां रही है जिस पर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में दम भर रहे हैं । यही नहीं बाहरी देशों से अमेरिका आने वाले लोगों के लिए वीजा के कठोर नियम भी उनकी बेस्ट पॉलिसी में शामिल रहा है । आपको बता दें कि आज अमेरिकी आक्रामक जीवन जीने का आदी है । अमेरिकी राष्ट्रपति की आक्रामकता लोगों को खूब रास आती रही है । यही कारण है कि अमेरिका में डोनाल्ड आक्रमक सोच और विचार रखने वालों मैं काफी लोकप्रिय माने जाते हैं । पिछले बार राष्ट्रपति चुनाव में उनकी यही आक्रमण शैली ने उनको जिताने में बड़ी भूमिका निभाई थी । डोनाल्ड ट्रंप जानते हैं कि आज अमेरिका के लोग चीन से बहुत नफरत करते हैं, उसी को लेकर ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव प्रचार में चाइना का कार्ड भी खेलने जा रहे हैं । पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपतिने चीन पर आरोप लगाया था कि वह उसे राष्ट्रपति चुनाव में हराने के लिए लगा हुआ है ।

जो बिडेन राष्ट्रपति के चुनाव में ट्रंप को दे रहे हैं कड़ी टक्कर…

इस साल नवंबर में होने वाले हैं अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन उन्हें कड़ी टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं ।‌ डोनाल्ड ट्रंप ने भी राष्ट्रपति चुनाव में प्रचार तेज कर दिया है ।‌ यही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने यहां तक कह दिया है कि अगर मैं दोबारा राष्ट्रपति नहीं बन पाता हूं तो यह अमेरिका के लिए बहुत बुरा होगा । उन्होंने जो बिडेन पर चीन समर्थित होने का भी आरोप लगाया है । बिडेन भी काफी आक्रामक अंदाज में है वह भी ट्रंप पार पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं ।‌ लेकिन इसके बावजूद भी डोनाल्ड को पूरा भरोसा है कि वही दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे ।‌ यह हम आपको बता दें कि तुम का मानना है कि उनका 3 साल का कार्यकाल काफी शानदार रहा है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण एक लाख लोगों की मौत होने और अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के कारण चार करोड़ लोगों के बेरोजगार होने के साथ ही अफ्रीकी-अमेरिकी मूल के अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद सामाजिक उथल-पुथल के चलते उनकी कुर्सी खतरे में पड़ सकती है ।

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