शर्मनाक: रेप पीड़िता मासूम को सरकारी सिस्टम ने भी तड़पाया!

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लोकजन टुडे/रुद्रपुर

जिस जिले के कैबिनेट मंत्री हो.. जो ज़िला तराई क्षेत्र का सबसे मजबूत ज़िला माना जाता हो जिस जिले की कमान महिला अधिकारी के हाथों में हो और उस जिले में मासूम बच्ची के साथ ना सिर्फ हैवानियत के साथ हॉस्पिटल में भी अत्याचार हो तो आप क्या समझेंगे.. लाचार अधिकारी या नेता या पीड़ित परिवार? सोचिये गा जरूर… मुख्यमंत्री जी इस मासूम बच्ची की भी सुध ले लीजिये बड़ा आशीर्वाद मिलेगा आप इस परिवार के भी तो मुखिया हैं आपके नेताओं को तो शायद पता ही नहीं चला आप ही पता करवा लीजिये एक मासूम को न्याय मिल जायेगा…जबकि पिछले 1 सप्ताह से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के प्रथम आगमन पर लाखों रुपया खर्च करके तमाम भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता तैयारियों में लगे हैं….

आखिर कोई इतना मज़बूर और लाचार कैसे हो सकता हैं क्या समाज इतना बुजदिल हो गया कि एक मासूम के साथ हुई हैवानियत का विरोध जताने के लिए किसी के पास वक्त नहीं.. एक मासूम जिंदगी उजड़ गयी  लेकिन अफ़सोस समाज के ठेकेदारों के कानो पर कोई जूँ तक नहीं रेंगी..धिक्कार हैं ऐसे लोगो पर जो सब कुछ जानते हुए भी बच्ची के साथ ऐसा सलूख कर रहे हैं… कल हुए बच्ची के साथ अत्याचार ने हॉस्पिटल प्रशासन के रवैये ने कम से काम अपना असली चेहरा तो दिखा दिया बेचारी मासूम को तो अभी ये भी अहसास नहीं हैं कि गरीबी और अमीरी होती क्या हैं? आज बच्ची के परिवार वाले शहर के धनवान होते तो क्या किसी की ऐसी मजाल होती? हॉस्पिटल प्रशासन को जितना कोसा जाए उतना कम हैं… एक तो हैवानियत की शिकार और वो भी मासूम सारे दिन परिवार के साथ हॉस्पिटल में दर दर भटकते रहे लेकिन मजबूर परिवार की किसी ने नही सुनी… हद तो तब हो गयी… जब भूखी प्यासी बच्ची परिवार समेत सुबह से भटकने के बाद शाम को परिक्षण कराया गया वाह रे हॉस्पिटल प्रशासन जब खुद पर पडती हैं तभी पता चलता हैं… भगवान् ना करें किसी के साथ ऐसा हो…लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स का संज्ञान महिला जिलाधिकारी ने ना सिर्फ संज्ञान लिया बल्कि सख़्त दिशा निर्देश भी दे डाले भले ही देर से लिया लेकिन दुरुस्त लिया आप भी देखिये इस आदेश में…