रिपोर्ट प्रवीण सैनी
लोकजन टुडे लक्सर
देश में कोरोना महामारी की चलते हैं सरकार ने लोक डाउन किया हुआ है जिसका आज छटा दिन है लॉक डाउन 21 दिन के लिए किया गया है कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने घरों से दूर अपने बीवी बच्चों सहित फैक्ट्रियों में काम कर अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहे है कुछ फैक्ट्रियां बंद हो जाने के बाद यह लोग बेरोजगार हो गए और इन्हें अपने घर जानेकी इच्छा सताने लगी लेकिन जब यह लोग अपने घरों से बाहर निकले तब तक इनके घरों की ओर जाने वाले सभी रास्ते पूरी तरह बंद हो चुके थे सरकार ने पूर्ण लोक डाउन का आदेश कर दिया था हर जगह चप्पे-चप्पे पर प्रशासन लगा हुआ है अब इन लोगों के सामने अपने घर पहुंचने का कोई विकल्प नहीं है जिससे यह लोग किसी वाहन का सहारा लेकर अपने परिजनों तक पहुंच सके लेकिन इन्हें अपने परिजनों की याद ने इन्हें अपने वर्तमान घरों से निकलकर अपने परिजनों तक पहुंचने के लिए पैदल निकलने को ही विवश कर दिया यह लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों सहित रेल की पटरियों का का सहारा लेकर पैदल ही निकल पड़े इन्होंने यह भी नहीं सोचा कि इनके घरों की दूरी इन से सैकड़ों मील दूर है जहां तक पहुंचने के लिए इन्हें कई दिनों तक का पैदल सफर तय करना पड़ सकता है यह लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों और सामान को अपने कंधों पर उठाकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ चले ऐसा ही नजारा आज लक्सर रेलवे ट्रैक पर भी देखने को मिला जब रेलवे ट्रैक से गुजर रहे सैकड़ों लोगों पर हमारी नजर पड़ी तो हमलोग तत्काल ही ईनसे मिलने पहुंच गए और हमने उनकी हाल-चाल जानने की कोशिश की इन लोगों ने बताया कि हम लोगों को बिजनौर धामपुर शाहजहांपुर तक जाना है लेकिन यातायात की कोई व्यवस्था न होने के कारण हम लोग पैदल जा रहे हैं इन लोगों ने यह भी बताया कि रास्ते में महंगाई की मार लंबा सफर इनके सामने एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ा है