रिपोर्ट: रफी खान
काशीपुर: जिलाधिकारी डॉक्टर नीरज खेरवाल ने बीते रोज क्षेत्र के मशहूर एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए अस्पताल का कायाकल्प को पांच करोड़ की सौगात देते हुए कहा कि भले ही बीमार अस्पताल में जान फूंकने का काम कर दिया है,लेकिन उनका ध्यान इस और नहीं हो पाया है कि एलडी भट्ट चिकित्सालय नगर के कई नामचीन प्राइवेट अस्पतालों के दलाल रूपी शिकंजे में जकड़ा हुआ है। जहां किसी भी दिन इनकी आपसी गेंगवार सामने आ सकती है।
आपको बता दें नगर के कई नामचीन प्राइवेट अस्पतालों के दूत नामक दलाल एलडी भट्ट अस्पताल में मौजूद रहते हुए आने वाले मरीजों को बरगला कर प्राइवेट अस्पतालों का रुख कराते हुए गरीबों का खून चूसने का काम कर रहें हैं। जो कि यहां आने वाले मरीजों को अस्पताल में कोरोना का खौफ पैदा कर तो कभी उक्त राजकीय अस्पताल की तमाम खामियां सामने रखते हुए अपने अपने प्राइवेट अस्पताल की और खीच ले जाते है।
सूत्र बताते हैं यह खेल राजकीय चिकित्सालय परिसर में खुलेआम दलालों द्वारा अंजाम दिया जा रहा है, जिसपर राजकीय अस्पताल प्रशासन भी खामोश है। यही नहीं कभी कभी तो ऐसा भी देखने में आता है कि एक ही मरीज को कई अस्पतालों के दूत अपने साथ ले जाने को आपस में झड़प भी पड़ते हैं। अगर आलम यही रहा तो निसंदेह एक रोज इन प्राइवेट अस्पतालों द्वारा न्यूक्त किए गए इन दलाल रूपी दूतो की एक नई गेंगवार लोगो के सामने आ सकती है।
लिहाजा इससे पूर्व नगर क्षेत्र के साथ ही जिला प्रशासनिक अधिकारियों को मामले का संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए, जिससे भविष्य में सामने आने वाली इस अनोखी गेंगवार को खत्म कर मरीजों और तिमारदारों की जेब पर डाले जा रहे डाके को रोका जा सके।