स्कूल कॉलेज देश का भविष्य बनाते हैं, परन्तु स्कूल कॉलेज की तरह एक नशा मुक्ति केंद्र की कड़ी होनी चाहिए: नवीन जोशी

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देहरादून: कोरोना से बड़ी महामारी की तरफ आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ पुलिस की नौकरी के अपने छोटे कार्यकाल में मैंने महसूस की है। बच्चों के माँ बाप की पीड़ा जिनके बच्चे नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं। कितने ही लोग मुझे आकर अपनी पीड़ा दर्द शेयर करते हैं वो लोग इतने लाचार हो गए हैं उनके बच्चे बहुत कम उम्र में स्मैक, कैप्सूल, नशीले इंजेक्शन के आदि हो चुके हैं और वह धीरे धीरे अपने बच्चों को मौत की तरफ जाता देख रहे हैं।

नशे का जाल दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, जो किसी महामारी से कम नहीं हैं। कम उम्र के युवा नशे को रोजगार की तरह देख रहे हैं। बड़े ड्रग्स डीलर जो सामने नहीं आते जो युवाओं बच्चों में नशे की लत बनाकर उनसे नशा बिकवा कर पैसा कमाते हैं और युवा चंद पैसों के लालच में अपनी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। पटेल नगर में अपने कार्यकाल में कई ड्रग डीलर को जेल भेज चूका हूँ परन्तु नशे का व्यापार दिन पर दिन फल फूल रहा है।

अब समय आ गया है कि समाज को आगे आना पड़ेगा मेरी गवर्नमेंट ऑर्गनाइजेशन, ट्रस्ट, पॉलिटीशियन, सोशल वर्कर ,NGO, से अपील है कि एक ऐसा नशा मुक्ति केंद्र खोले जो कि बिल्कुल मुफ्त हो कई परिवारों के ये हालात है कि वो पैसा भी नहीं दे सकते हैं। राज्य सरकार इसमें जल्द से जल्द कदम उठाए और वो लोग आगे आए जो अपने देश के लिए कुछ करना चाहते हैं

इस तरह का नशा मुक्ति केंद्र खोले जिसमें निम्न व्यवस्थाएं हों

1- नशा मुक्ति केंद्र जो बिल्कुल मुफ्त हो
2- सरकारी डॉक्टर रोज विजिट करें
3- योगा टीचर प्रोफेसर का विजिट हो
4- स्किल डेवलपमेंट के बारे में सिखाया जाए
5- बुक्स लाइब्रेरी हो
6- जो भी युवा नशा मुक्ति केंद्र में एडमिशन लेता हूँ उसका इंश्योरेंस हो
7- साइकोलॉजिस्ट का विजिट हो
8- हर युवा की इंडिविजुअल थेरेपी हो काउंसिलिंग करवाई जाए
9- ट्रेंड स्टाफ हो
10 – इसकी मॉनिटरिंग के लिए एक मजिस्ट्रेट नियुक्त हो

स्कूल कॉलेज देश का भविष्य बनाते हैं परन्तु स्कूल कॉलेज की तरह एक नशा मुक्ति केंद्र की कड़ी होनी चाहिए जिस तरह शिक्षा के अधिकार के लिए संस्थाएं खोली गई है जो कि बिल्कुल मुफ्त है। उसी प्रकार नशा मुक्त होने के लिए भी संस्थाएं खुलनी आवश्यक है जो कि मुफ्त हो , नशे के जाल में कोई जानबूझ कर नहीं फंसता कोई मजबूरी लालच संगति इत्यादि इसके कारण होते हैं। इसलिए नशा मुक्त होने का अधिकार हर व्यक्ति का है इस अधिकार को समय के मुताबिक संविधान में स्थान मिले और भारत के हर व्यक्ति को जो इस तरह की पीड़ा में हैं उसे नशा मुक्त होने का अधिकार मिले।

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