उत्तराखंड: फर्जी रवन्ने पर खनन सामग्री ले जाने पर दो गिरफ्तार, मालिक फरार

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रिपोर्ट: फरमान खान

लक्सर: लक्सर कोतवाली की पुलिस चौकी भीकमपुर पुलिस ने फर्जी रवन्नों पर खनन सामग्री को लाए जाने का बड़ा मामला पकड़ा। वाहन चालक के पास से मिले रवन्ने फर्जी निकले जिस पर पुलिस ने वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया तथा चालक की निशानदेही पर कम्प्यूटर सहित ऑपरेटर को धर दबोचा।

वही ट्रैक्टर मालिक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपितो के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने फर्जी रवन्ने पर चल रहे वाहन को सीज भी किया।भीकमपुर चौकी क्षेत्र में चोरी छिपे अवैध खनन व ओवरलोडिंग करने वाले वाहन चालकों व वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए पुलिस चौकी इन्चार्ज मनोज नौटियाल के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई है। टीम में शामिल पुलिसकर्मी प्रमोद कुमार व कांता ने बाडीटीप स्थित पर खनन सामग्री से भरे वाहनों के रवन्ने व कांटा पर्ची चेक की।

इस दौरान उत्तराखंड नंबर के खनन से भरे ट्रेक्टर को चेक किया गया।चालक के पास अपने रवन्ने जय गंगा नाम से मिले। जिस पर पुलिस को शक हो गया। चालक से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि एक रवन्ना उसकी ट्रैक्टर का है।पुलिस ने शक होने पर रवन्ने बिल की मौके पर जांच की तो जय गंगा स्टोक ग्राम रायघटी लक्सर से जारी किए गए रवन्ने व बिल पर हस्ताक्षर अंकित नहीं मिले। रवन्नों की जांच संबंधित स्टॉक से कराई गई। इनमें रवन्ने फर्जी पाए गये और रवन्ने जय गंगा स्टॉक के नहीं होने की पुष्टि हुई। इस पर पुलिस ने वाहन चालक सुशील पुत्र बिजेन्द्र निवासी रामपुर रायघटी व भीकमपुर निवासी महताब पुत्र असगर कोतवाली लक्सर को फर्जी रवन्नों से खनन परिवहन कराने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया।तथा ट्रेक्टर मालिक रामकुमार पुत्र तिलकराम निवासी रामपुर रायघटी कोतवाली लक्सर मौके से फरार हो गया।

पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने इस मामले में पकड़े वाहन को सीज किया। कोतवाल प्रदीप चौहान के अनुसार अब राज्य से जाने वाले खनन से भरे सभी वाहनों की सघन चेकिंग की जाएगी। जिससे फर्जी रवन्ने पर चल रहे खनन के खेल पर अंकुश लगाया जा सके। नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।

राजस्व का उठाना पड़ रहा है नुकसान

बाहरी राज्यों के खनन माफिया भारी मात्र में उपखनिज को फर्जी रवन्नों के सहारे उत्तराखंड से ले जाकर जहां लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहे हैं, वहीं उनकी इस गतिविधि से प्रदेश को राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।