वीडियो: दिवाली की संध्या में बाबा केदार के भजनों पर जमकर झूमे श्रद्धालु

Share your love

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में दीपावली का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। हजारों की संख्या में भक्त दीपावली का त्यौहार मनाने के लिये बाबा केदार के चरणों में पहुंचे। इससे पहले दीपावली के पर्व को लेकर केदारनाथ मंदिर को देवस्थानम् बोर्ड की ओर से 10 कुंतल फूलों से सजाने के साथ ही अनेक प्रकार की रंग बिरंगी लाइटों से जगमग किया गया।

इतना ही केदारनाथ में पटाखों की आतिशबाजी के साथ श्रद्धालुओं ने पहाड़ का भेलों भी खेला, जबकि देर रात तक बाबा केदार के भजनों पर भक्त जमकर झूमते रहे।

https://youtu.be/duCNfr2ViX8

वहीं आज दोपहर तीन बजे करीब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखण्ड सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत केदारनाथ धाम पहुंचेंगे। यहां पहुंचने के बाद दोनों सीएम केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पुनर्निर्माण कार्यो का भी जायजा लेंगे और कल कपाट बंद होने के अवसर पर भी मौजूद रहेंगे। इसके बाद दोनों सीएम बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे। उत्तराखण्ड और यूपी के सीएम के आगमन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस की ओर तैयारियां की जा रही हैं।

केदार बाबा के दरबार में दीपावली का त्यौहार हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। दीपावली के एक दिन बाद भैयादूज के पर्व पर कपाट बंद होते हैं, इसलिये भारी संख्या में भक्त बाबा केदार के दर्शनों को पहुंचे हैं। कड़ाके ठंड में देर रात तक भक्त बाबा के मंदिर प्रांगण में डटे रहे और पटाखों से आतिशबाजी करते रहे। इसके अलावा मंदिर के प्रांगण में हजारों दियों से भक्तों ने अनेक प्रकार की रंगोलियां बनाई। जिनसे मंदिर की सुदरता पर चार चांद लग गये। स्थानीय वाद्य यंत्रों के अलावा बाबा केदार के भजनों पर भक्त देर रात तक झूमते रहे।

वहीं बता दें कि द्वादश ज्योर्तिलिगो में अग्रणी भगवान केदारनाथ के कपाट भैयादूज के पावन अवसर पर कल सुबह सोमवार को प्रात: साढ़े आठ बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिये जायेगे। कपाट बन्द होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंच मुखी चल विग्रह उत्सव डोली हिमालय से रवाना होकर लिनचोली, जंगलचटटी, गौरीकुण्ड, सोनप्रयाग, सीतापुर यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी।

17 नवंबर को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली रामपुर से रवाना होकर शेरसी, बडासू, मैखण्डा, नारायणकोटी, नाला यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए अंतिम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंचेगी और 18 नवंबर को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से रवाना होकर भेसारी, विद्यापीठ, संसारी होते हुए दोपहर को अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी और 19 नवंबर से भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मन्दिर में विधिवत शुरू होगी।