एक मां होने के नाते दुखी हैं…लेकिन गर्व है कि उनके बेटे ने देश के लिए अपनी जान दी…

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“एक मां होने के नाते दुखी हैं लेकिन उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके बेटे ने देश के लिए अपनी जान दी”

16 बिहार रेजिमेंट में कमांडिंग अधिकारी बाबू उन जवानों में थे जिन्होंने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में अपनी जान गंवा दी। संतोष बाबू की मां ने कहा “मैं दुखी हूं लेकिन मुझे अपने बेटे पर गर्व है कि उसने देश के लिए अपनी जान दे दी”।

भारतीय सेना के मुताबिक, एक अधिकारी और दो जवान गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई तनातनी में मारे गए। भारत और चीन सीमा पर 45 सालों में यह पहला ऐसा मौका है जब दोनों देशों के बीच इतने बड़े स्तर पर ये घटना हुई है। भारतीय सेना ने भी कहा है कि इस झड़प में दोनों तरफ की लोग हताहत हुए हैं।हालांकि, बीजिंग की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

कर्नल बी. संतोष बाबू अपने पीछे पत्नी और नौ साल की बेटी और चार साल का एक बेटा छोड़कर गए हैं। संतोष बाबू के परिजनों को मंगलवार की दोपहर उनके शहीद होने की खबर मिली, पहले तो उन्हें अपने बेटे को खो देने पर यकीन ही नहीं हुआ और वह स्तब्ध रह गए। मंजुला ने कहा, हमारी बहू दिल्ली में है और उसे कल रात सूचित किया गया था। हमें दोपहर में खबर मिली। संतोष बाबू के पिता जो कि सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हैं, उन्होंने कहा कि हम विश्वास करने के लिए तैयार नहीं थे लेकिन हमें बताया गया कि यह सच है। हमने अपना बेटा खो दिया है।

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